आइस क्यूब्स

ये झूठ है कि
किसी से बिछड़ता है कोई
हम बस, मर जाते हैं
---------------------------
एयरटेल कहता है
हमारी दुनिया में आप कभी अपनों से कभी जुदा नहीं होते
ऐसा वादा खुदा क्यूँ नहीं करता कभी?
----------------------
कहीं से आती कोई हवाएं
नहीं बता पाती हैं
कि तुम्हारे काँधे से कैसी खुशबू आती है?
--------------------
किसी भी पहर
तुम्हारी आवाज़ नहीं भर सकती है 
मुझे अपनी बांहों में! 
------------------------
मैं वाकई नहीं सोचती 
लिप बाम लगाते हुए
कि तुम्हारे होटों का स्वाद कैसा है!
----------------------------
मुझे कभी मत बताना
कितनी आइस क्यूब डालते हो
तुम अपनी विस्की में
-----------------------------
कच्ची डाली से
मत तोड़ा करो मेरी नींदें
इनपर ख्वाब का फूल नहीं खिलता फिर
-----------------------------
बातों का कैसे ऐतबार कर लूं
तुम न कहते हो मुझसे झूठ झूठ 
'आई लव यू'.
---------------------------

सच कहती हैं सिर्फ उँगलियाँ
जो तुम्हारा फ़ोन कॉल पिक करते हुए
तुम्हें छूना चाहती हैं... 
-----------------------
काश! कह देने भर से
तुम वाकई हो जाते मेरे 
एक शहर तुम्हें मुझसे कभी मिलने न देगा
-------------------------------

मेरी उम्र फिर से हो गयी है अठारह की
तुम भी के हो ही गए होगे
चलो, कहीं भाग चलते हैं!


Comments

Popular posts from this blog

a drop in the ocean ......a will in itself

CAT GYAN # 6

An Open letter to Dr. APJ Abdul Kalam from the Common Man of India