अगर खबर होती

अगर  खबर  होती 
ये इश्क  के सफ़र में 
टूटते हैं दिल बार बार 
तो हमारा दिल न होता न होता ये सफ़र 
न उसकी चुभन 
होता तो सिर्फ 
 इस जिस्म में 
पत्थर सा ....उस जगह पे जहा आज टूटे हुए 
दिल के टुकड़े हैं 
न होते अरमान 
न ही स्वप्न 
अगर खबर होती  

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