जब से देखा है उसको

जब से देखा है उसको, अपनी जिंदगी को देखा है
अपने चेहरे पे चाँद की चमक को देखा है
ख़ुशी भि मिली हसी भि मिली
जब से उसकी मोहब्बत है मिली
हमने अपने रूह में उसकी खुशबू को देखा है
आह भरते है हम तडपते है हम
जब भि खफा होते है वो
पर फिर भी हर पल उनको करीब देखा है
जेसे मानो हमने जन्नत को देखा है
उनकी मोहोब्बत से ये जहाँ हसीं लगता है सारा
इस जहा का हर शख्स अपना सा लगता ...

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